बेंगलूरु/दक्षिण भारत। हुब्बली में एक युवती की हत्या की घटना के बाद गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि वे पुलिस की चूक और अन्य कारकों की समीक्षा कर रहे हैं, जिनके कारण ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। वहीं, भाजपा ने कर्नाटक में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
बीस वर्षीया अंजलि अंबिगर की बुधवार को हुब्बली में 22 वर्षीय गिरीश सावंत ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी, क्योंकि उसने उसके विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। इसी तरह 18 अप्रैल को उसी शहर में छात्रा नेहा हिरेमठ की उसके कॉलेज परिसर में हत्या कर दी गई थी।
परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'मैं यह जानने के लिए समीक्षा कर रहा हूं कि क्या अधिकारियों की ओर से कोई चूक है या कोई अन्य कारक या कारण हैं? चूंकि बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं, हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि इसका क्या कारण है?
मंत्री ने कहा कि वे घटना की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) को हुब्बली भेज रहे हैं। यदि संभव हुआ तो वहां का दौरा भी करेंगे।
भाजपा ने गुरुवार को अंजलि की हत्या को लेकर सरकार पर कड़ा प्रहार किया और उस पर कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में विफल रहने और प्रशासन पर अपनी पकड़ खोने का आरोप लगाया।
विपक्षी दल ने यहां तक मांग की कि परमेश्वर को मंत्रिमंडल से हटा दिया जाए, चूंकि वे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने में बुरी तरह विफल रहे हैं।
इस बीच, पुलिस ने आरोपी गिरीश सावंत को गिरफ्तार कर लिया। परमेश्वर ने कहा कि कानून के अनुसार सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हत्या के ऐसे मामलों में कोई दया नहीं है। पुलिस की ओर से चूक की रिपोर्ट के बाद एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी थी, लेकिन खामियां मिलने पर निलंबन किया गया। आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि उसने पुलिस से संपर्क किया था और शिकायत की थी कि आरोपी ने अंजलि को नेहा हिरेमठ की तरह अंजाम भुगतने की धमकी दी।
परमेश्वर ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, कोई लिखित शिकायत नहीं थी, लेकिन परिवार ने कथित तौर पर पुलिस को धमकी के बारे में सूचित किया था।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हमने इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है और इस पर जांच होगी। यदि पुलिस की ओर से चूक हुई है तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।