जमशेदपुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड के जमशेदपुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम वालों को विकास का 'क, ख, ग '... भी नहीं मालूम है। इनका तरीका है- झूठ बोलो, जोर से बोलो, बार-बार बोलो, इधर भी बोलो-उधर भी बोलो।
इनके मुद्दे हैं- गरीब की संपत्ति का एक्स-रे करेंगे, उसे छीनेंगे, एससी-एसटी-ओबीसी का आरक्षण छीनेंगे, मोदी को रोज नई-नई गालियां देंगे। इससे आगे ये सोच ही नहीं सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामान्य मानव को गरीब रखकर कांग्रेस और जेएमएम ने अपने घरों में काली कमाई का अंबार लगा रखा है। कांग्रेस और जेएमएम जैसी पार्टियों ने हमारे झारखंड को हर मौके पर लूटा है। कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जेएमएम ने झारखंड में जमीन घोटाला किया। इन्होंने गरीब आदिवासियों की जमीनें हड़पीं, सेना की जमीनें हड़पीं। इनके घरों से जो नोटों के पहाड़ बरामद हुए हैं, वे पैसे आपके हैं। मोदी इन 'बेईमानों' के ठिकानों से पैसा बरामद करवा रहा है। मैं इन पैसों को सरकार की तिजोरी में ले जाने के लिए बरामद नहीं कर रहा हूं। मैं रास्ता खोज रहा हूं कि ये सारे पैसे जिनके हैं, मैं उन गरीबों को इसे लौटाऊंगा। यह मोदी की गारंटी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उद्यम करने वालों को देश का दुश्मन मानती है। उसके नेता खुले आम कहते हैं, जो कारोबारी हमें पैसा नहीं देते, हम उन पर हमला करते हैं यानी कांग्रेस और जेएमएम जैसे दलों को देश के उद्योगों से मतलब नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके (कांग्रेस के) शहजादे आए दिन उद्योगों, उद्योगपतियों और निवेश का विरोध करते हैं। आने वाले दिनों में कौन उद्योगपति उनके राज्य मे जाकर पूंजी निवेश करेगा? उन राज्यों के नौजवानों का क्या होगा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जैसे दलों ने कभी आपकी परवाह नहीं की। इन लोगों ने 60 साल तक 'गरीबी हटाओ' का झूठा नारा दिया। यह मोदी है, जिसने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर चुनाव लड़ने रायबरेली गए हैं। वे सबको कहते घूम रहे हैं कि यह मेरी मम्मी की सीट है। कोई आठ साल का बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है, तब भी वो यह नहीं कहता है कि ये मेरे पापा का स्कूल है। भले ही उसके पापा वहां पढ़े हों। ये परिवारवादी लोग संसदीय सीटों का वसीयतनामा लिख रहे हैं। ऐसी परिवारवादी पार्टियों से झारखंड को बचाकर रखना है।