नई दिल्ली/दक्षिण भारत। विदेश मंत्रालय कर्नाटक सरकार के एक अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है, जिसमें जनता दल (सेक्युलर) के निलंबित सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की गई है, जिन पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय को कर्नाटक सरकार से एक पत्र मिला है, जिसमें रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की गई है।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते रेवन्ना यौन शोषण मामले के केंद्र में हैं। कहा जा रहा है कि हासन सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने के एक दिन बाद पिछले महीने के अंत में भारत छोड़ दिया था।
एएनआई ने भी सूत्रों के हवाले से कहा है कि विदेश मंत्रालय को सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना के संबंध में राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के लिए कर्नाटक सरकार से एक पत्र मिला है। इस पर कार्रवाई की जा रही है।
उसके अनुसार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे जद (एस) सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के साथ-साथ उनकी भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और ठोस कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
पत्र में लिखा है कि यह शर्मनाक है कि प्रज्ज्वल रेवन्ना अपने जघन्य कृत्यों की खबर सामने आने के तुरंत बाद और अपने खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज होने से कुछ घंटे पहले अपने राजनयिक पासपोर्ट का उपयोग करके 27 अप्रैल को देश से भागकर जर्मनी चले गए।