चेन्नई/भाषा। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद वेंकटेश अय्यर के नाबाद अर्धशतक से रविवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के एकतरफा फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हराकर तीसरा खिताब अपनी झोली में डाला।
केकेआर ने गौतम गंभीर की कप्तानी में 2012 और 2014 में आईपीएल ट्राफी जीती थी। अब गुरु गंभीर ने कुशल रणनीतिकार के तौर पर केकेआर को तीसरी ट्राफी दिलाई।
‘कोरबो, लोड़बो, जीतबो’ की सोच रखने वाली केकेआर इस तरह इस तरह चेन्नई सुपर किंग्स (पांच) और मुंबई इंडियंस (पांच) के बाद तीन आईपीएल खिताब जीतने वाली तीसरी टीम बनी। केकेआर चौथी बार फाइनल में पहुंची है और तीन बार चमचमाती ट्राफी उठाने में सफल रही।
गंभीर के अलावा मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित ने आईपीएल के 17वें चरण का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई जो जानते हैं कि रणजी ट्राफियां कैसे जीती जाती हैं।
इस सत्र का सबसे बड़ा स्कोर (तीन विकेट पर 287 रन) बनाने वाली सनराइजर्स हैदराबाद फाइनल में लड़खड़ा गई और टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने के बाद 18.3 ओवर में महज 113 रन पर ढेर हो गई। यह आईपीएल फाइनल का सबसे कम स्कोर भी रहा।
इस सत्र में शुरू से दबदबा बनाने वाले केकेआर के लिए यह लक्ष्य बनाना महज औपचारिकता थी, उसने वेंकटेश अय्यर (नाबाद 52 रन) और रहमनुल्लाह गुरबाज (39 रन) की मदद से यह स्कोर 10.3 ओवर में दो विकेट पर 114 रन बनाकर हासिल कर लिया।
वेंकटेश अय्यर ने 26 गेंद में चार चौके और तीन छक्के लगाकर इस सत्र का चौथा अर्धशतक जड़ा जबकि गुरबाज ने 32 गेंद में पांच चौके और दो छक्के जड़े। गुरबाज ने स्टंप के पीछे तीन शानदार कैच भी लपके। वह अपनी बीमार मां को देखने के लिए टूर्नामेंट के बीच में काबुल भी गए थे जिससे उनके लिए यह रात यादगार रहेगी। फिल सॉल्ट के स्वदेश लौटने के कारण उनकी वापसी हुई।
कप्तान के तौर पर यह श्रेयस अय्यर का दूसरा फाइनल और पहली ट्राफी थी, उन्होंने तीन गेंद में नाबाद 06 रन बनाए।
केकेआर की जीत के नायक रहे उसके गेंदबाज जिसमें मिचेल स्टार्क नीलामी में मिली रिकॉर्ड राशि को सही साबित करते हुए तीन ओवर में 14 रन देकर दो विकेट चटकाए। आंद्रे रसेल ने मध्य के ओवरों में शिकंजा कसा और 2.3 ओवर में 19 रन देकर तीन विकेट झटके।
हर्षित राणा ने चार ओवर में एक मेडन से 24 रन देकर दो विकेट हासिल किए। रसेल ट्राफी जीतने के बाद इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू झलक आए। उन्होंने कहा, ‘बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। यह ट्राफी इतने मायने रखती है। खुश हूं कि हम सभी इतने अनुशासित थे और एक ही लक्ष्य के लिए काम कर रहे थे।’
उन्होंने कहा, ‘इस फ्रेंचाइजी ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है। यह हमारी ओर से उनके लिए तोहफा है।’
केकेआर की शानदार गेंदबाजी के सामने सनराइजर्स हैदराबाद का कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका। सनराइजर्स हैदराबाद की शुरूआत काफी खराब रही, उसने पहले दो ओवरों में अपने सलामी बल्लेबाजों अभिषेक शर्मा (02) और ट्रेविस हेड (शून्य) के विकेट गंवा दिए जिससे स्कोर दो ओवर में दो विकेट पर छह रन था।
लीग चरण की निराशा के सही समय पर वापसी करने वाले स्टार्क ने आसमान पर छाए बादलों की परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया।
स्टार्क ने पहले ही ओवर में शानदार गुड लेंथ गेंद पर अभिषेक के ऑफ स्टंप उखाड़ दिए जबकि अगले ओवर में वैभव अरोड़ा की गेंद पर हेड के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर रहमानुल्लाह गुरबाज के हाथों में समां गई। हेड पिछले चार मैचों में तीन बार शून्य पर आउट हुए हैं।
राहुल त्रिपाठी (09) भी स्टार्क की गेंद पर रमनदीप सिंह को कैच देकर पवेलियन लौट गए।
पावरप्ले खत्म होने तक सनराइजर्स हैदराबाद का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन था। स्टार्क ने 24.45 करोड़ रुपए में खरीदा गया था और उनके पहले स्पैल (3-0-14-2) से उनकी इस कीमत की भरपाई भी हो गई।
हर्षित राणा ने नितीश रेड्डी (13) और रसेल ने एडेन मार्कराम (20) के विकेट झटके।
हेनरिक क्लासेन (17 गेंद, 16 रन) को राणा ने आउट किया जिनसे सनराइजर्स हैदराबाद को थोड़े आक्रामक खेलने की आस थी। पर इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद की 2016 के बाद दूसरा खिताब जीतने की उम्मीद टूट गई।
सनराइजर्स हैदराबाद ने 62 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। कप्तान पैट कमिंस ने 19 गेंद में 24 रन बनाकर टीम के शीर्ष स्कोरर रहे।