भुवनेश्वर/दक्षिण भारत। बीजद नेता वीके पांडियन ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय नेता और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री जो बार-बार ओडिशा आ रहे हैं, उनके अभियान का कोई असर नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने ओडिशा के लिए कुछ भी नहीं किया है।
पांडियन ने आरोप लगाया कि वे ओडिशा से लगभग 60,000 करोड़ रुपए ले रहे हैं और केवल 4,000-5,000 करोड़ रुपए दे रहे हैं और यह कहते हुए मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं कि ओडिशा एक खनिज संपन्न राज्य है।
पांडियन ने कहा कि कोयला ओडिशा के सबसे बड़े खनिजों में से एक है, आप 27,000-30,000 करोड़ रुपए लेते हैं और ओडिशा को 4,000 करोड़ रुपए देते हैं। आप पिछले 20 वर्षों से कोयले की रॉयल्टी को संशोधित क्यों नहीं कर सकते?
पांडियन ने कहा कि ओडिशा के लोग समझ सकते हैं कि केंद्र ओडिशा से क्या छीन रहा है। हां, हम खनिज समृद्ध हैं, लेकिन आप हमें खनिजों से लाभ कहां से लेने दे रहे हैं? आप हमें प्रदूषण दे रहे हैं और सारा लाभ छीन रहे हैं।
ओडिशा सीएमओ में अधिकारियों के खिलाफ चुनाव आयोग की कार्रवाई पर पांडियन ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि चुनाव आयोग ने सीएमओ में कार्यरत कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। मैं कहूंगा कि वे दोनों अधिकारी ओडिशा के उत्कृष्ट अधिकारी हैं और दोनों ने अपनी जान जोखिम में डालकर ओडिशा में नक्सलवाद को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
पांडियन ने कहा कि मुझे लगता है कि उनकी प्रतिबद्धता, समर्पण और त्याग के लिए देश के सर्वोच्च अधिकारियों द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह भाजपा की मंशा के अनुरूप है, जो बीजद के हाथों आसन्न हार को पचा नहीं पा रही है और वह नवीन बाबू की लोकप्रियता और ओडिशा की जनता पर उनके प्रभाव के सामने टिक नहीं पा रही है।
पांडियन ने कहा कि मुझे लगता है कि 9 जून को 'भूमिपुत्र' सत्ता संभालेगा। जो न केवल उड़िया बोलता है, बल्कि ओडिशा के लोगों के दिलों में रहता है, वही मुख्यमंत्री होगा। 9 जून को सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच, धरती का बेटा मुख्यमंत्री का पद संभालेगा।