तिरुवनंतपुरम/दक्षिण भारत। केरल सरकार ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार द्वारा किए गए उस दावे का खंडन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके, मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ केरल के एक मंदिर में ‘शत्रु भैरवी यज्ञ’ किया जा रहा है, जिसमें अघोरियों की मदद लेकर पशुओं की बलि दी जाती है।
केरल सरकार ने कहा कि राज्य के उत्तरी हिस्से में किसी मंदिर के पास कोई पशु बलि नहीं दी गई है। केरल के देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन ने कहा कि शिवकुमार ने राज्य के कन्नूर जिले के तलिपरम्बा में राजराजेश्वर मंदिर के पास पशु बलि देने का बड़ा आरोप लगाया है।
मंत्री ने कहा कि हमने दावे की जांच की और मालाबार देवस्वोम बोर्ड से भी संपर्क किया। हमें जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है, उसमें कहा गया है कि मंदिर में या उसके आस-पास ऐसा कुछ नहीं हुआ है। देवस्वोम बोर्ड ने भी इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि शिवकुमार ने ऐसा आरोप क्यों लगाया?
राधाकृष्णन ने यह भी कहा कि सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार केरल में कहीं और भी कुछ हुआ है, हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि साल 1968 से ही पशुबलि पर कानूनी प्रतिबंध है, इसलिए केरल में ऐसा होना संभव नहीं है।
संबंधित मंदिर की प्रबंध समिति ने शुक्रवार को शिवकुमार के आरोपों का खंडन किया था और उनके दावों को 100 प्रतिशत झूठा करार दिया था।
विशेष शाखा ने राज्य पुलिस प्रमुख को एक रिपोर्ट भी दी है, जिसमें कहा गया है कि केरल में किसी मंदिर के पास किसी पशु बलि दिए जाने का कोई सबूत नहीं है, जैसा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने दावा किया है।