नई दिल्ली/दक्षिण भारत। ओडिशा में वरिष्ठ बीजद नेता वीके पांडियन ने रविवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की। वे पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के विश्वासपात्र माने जाते हैं।
हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों के नतीजे आने से पहले इस बात को लेकर चर्चा थी कि पांडियन अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। हालांकि नतीजों से बीजद को तगड़ा झटका लगा और यह दल सत्ता से दूर हो गया।
पांडियन 2000 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे कई वर्षों से पटनायक के निजी सचिव थे। पटनायक उन पर काफी विश्वास करते हैं। पांडियन ने साल 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उसके बाद वे बीजद में शामिल हो गए।
अगर इस बार विधानसभा चुनावों में बीजद दोबारा सत्ता में लौटता तो पांडियन को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने की पूरी संभावना थी, लेकिन यहां भाजपा ने सबको चौंकाते हुए शानदार प्रदर्शन किया।
भाजपा ने ओडिशा में लोकसभा चुनावों में 21 में से 20 सीटों पर कमल खिला दिया। उसने पिछली बार भी ठीक प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार बीजद के कई दिग्गजों के किले ढहा दिए।