नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिपरिषद् में कर्नाटक और तमिलनाडु से भी नेताओं को शामिल किया गया है। इनमें निर्मला सीतारमण और प्रह्लाद जोशी जैसे बड़े नाम हैं।
निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं। वे मोदी सरकार 2.0 में वित्त मंत्री रह चुकी हैं। वहीं, पिछली सरकार में संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री रहे प्रह्लाद जोशी को एक बार फिर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
इसी तरह कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी को कैबिनेट में शामिल किया गया है। मंड्या से सांसद चुने गए कुमारस्वामी ने 2,84,620 वोटों के अंतर से कांग्रेस के वेंकटरमण गौड़ा को हराया था।
मोदी सरकार ने वरिष्ठ भाजपा नेता प्रह्लाद जोशी पर फिर भरोसा जताया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। जोशी कर्नाटक की धारवाड़ सीट से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने 97,324 वोटों के अंतर से कांग्रेस के विनोद आसूती को शिकस्त दी थी।
मंत्रियों की इस सूची में शोभा करंदलाजे का नाम भी शामिल है, जिन्हें राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई है। वे लोकसभा में बेंगलूरु उत्तर सीट का प्रतिनिधित्व करेंगी। शोभा करंदलाजे ने 2,59,476 वोटों के बड़े अंतर से कांग्रेस के एमवी राजीव गौड़ा को हराया था।
मोदी सरकार में कर्नाटक से एक और चेहरे वी सोमन्ना को राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली है। वरिष्ठ भाजपा नेता सोमन्ना ने 1,75,594 वोटों के अंतर से तुमकूरु सीट जीती थी। उनके सामने कांग्रेस के एसपी मुद्दाहनुमे गौड़ा थे।
तमिलनाडु से डॉ. एल मुरुगन को राज्य मंत्री बनाया गया है। नीलगिरि से भाग्य आजमाने वाले मुरुगन को चुनावी जीत तो नहीं मिली। वे 2,40,585 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे। यहां द्रमुक के ए राजा जीते थे। डॉ. मुरुगन को मंत्री बनाकर भाजपा ने कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने की कोशिश की है कि चुनावी हार के बावजूद वह उनकी योग्यता का सम्मान करेगी। पार्टी तमिलनाडु में विस्तार के लिए पूरा जोर लगा रही है।