बेंगलूरु/दक्षिण भारत। आज कामकाज और व्यस्तता के कारण लोगों की दिनचर्या में बदलाव आ रहा है। कई लोग सुबह देर से उठने के बावजूद यह कहते मिल जाएंगे कि उन्हें अब भी नींद आ रही है, सुस्ती महसूस हो रही है।
वे दिनभर थकान महसूस करते हैं और पढ़ाई या कामकाज में अपनी पूरी ऊर्जा नहीं लगा पाते। इस समस्या को दूर करने के लिए सबसे पहले तो उसकी असल वजह का पता लगाना होगा। समय पर सोना और समय पर उठना सुनिश्चित करना होगा। इसके अलावा भोजन में पौष्टिक तत्त्वों को शामिल करना होगा।
अपनी दिनचर्या में योगाभ्यास को शामिल करना आपको ऊर्जावान बना सकता है। अगर व्यस्त दिनचर्या के बीच सुबह पंद्रह-बीस मिनट निकालकर ये योगासन करेंगे तो दिन की शुरुआत ताजगी से भरी होगी।
- शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार को अत्यंत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। चूंकि सूर्य ऊर्जा का प्रतीक है। उसकी किरणों से धरती पर जीवन संभव होता है। सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से तन और मन में ऊर्जा का संचार होता है।
- भुजंगासन भी बहुत ऊर्जा देता है। इसे करने से शरीर में रक्त परिसंचरण तेज होता है। जिन लोगों को लंबे समय तक डेस्क जॉब के कारण कमर में दर्द रहता है, उन्हें इससे राहत मिलती है। वहीं, अपच, गैस, सुस्ती, समय पर भूख न लगने जैसी दिक्कतें भी दूर होती हैं।
- हर सुबह नौकासन करना शरीर को न केवल लचीला बनाता है, बल्कि पाचन तंत्र को बेहतर बनाकर शरीर को ताकत भी देता है। यह थकावट दूर करने में बहुत सहायक है। जो लोग इसका अभ्यास करते हैं, उन्हें संतुलन बनाने और मन को एकाग्र रखने में बहुत मदद मिलती है।
- कपाल भाति करने से शरीर में ऊर्जा आती है। इससे श्वसन तंत्र मजबूत होता है और कई रोग दूर होते हैं। ध्यान रखें कि कपाल भाति का अभ्यास कुशल योग प्रशिक्षक के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए। आवश्यकता से अधिक कपाल भाति अभ्यास नहीं करना चाहिए।