नई दिल्ली/दक्षिण भारत। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर राजग के विरोध प्रदर्शन पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, 'संविधान की सबसे ज्यादा बात करने वालों को जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए।'
उन्होंने गांधी परिवार की आलोचना करते हुए कहा, 'वे अपने पिता और दादी के नाम पर वोट बटोर रहे हैं, तो क्या वे अपने कामों की जिम्मेदारी लेंगे? उन्हें अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए कि कैसे लोकतंत्र का गला घोंटा गया।'
वहीं, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि साल 1975 से अब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका है। इंदिरा गांधी ने इस (आपातकाल) पर खेद व्यक्त किया था। साल 1977 के चुनाव में वे हार गई थीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा को केवल पीछे का शीशा देखकर कार चलाना बंद कर देना चाहिए। यह काफी आश्चर्यजनक है कि सत्ता पक्ष क्यों विरोध कर रहा है! अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो विपक्ष में आ सकते हैं और हमें मौका दे सकते हैं। हम खुशी-खुशी इसे स्वीकार करेंगे। यह नया कार्यकाल शुरू करने का तरीका नहीं है।
उन्होंने कहा कि आपातकाल का मुद्दा खत्म हो चुका है। हमें आज संस्थाओं का गला घोंटने के मुद्दे के बारे में बात करनी चाहिए। हमें 45-48 साल पहले हुई घटनाओं पर ध्यान देने के बजाय इन बातों पर बात करनी चाहिए।