नई दिल्ली/दक्षिण भारत। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं करोड़ों देशवासियों की ओर से भारत के चुनाव आयोग का आभार व्यक्त करना चाहती हूं। यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। जम्मू-कश्मीर में मतदान के दशकों पुराने रिकॉर्ड टूट गए।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 4 दशकों से कश्मीर में बंद और हड़ताल के बीच कम मतदान हुआ था। भारत के दुश्मनों ने इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर की राय के रूप में प्रचारित किया। लेकिन इस बार कश्मीर घाटी ने ऐसी सभी ताकतों को करारा जवाब दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनी है। लोगों ने तीसरी बार इस सरकार पर भरोसा जताया है। लोगों को पता है कि केवल यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। 18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है। इसका गठन अमृत काल के शुरुआती वर्षों में हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें वर्ष की भी साक्षी बनेगी।आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य की सोच का एक प्रभावी दस्तावेज होगा। बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 साल में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में महामारी और संघर्ष के बावजूद, भारत यह विकास दर हासिल करने में सफल रहा है। ये पिछले 10 वर्षों में किए गए सुधारों और राष्ट्रहित में लिए गए निर्णयों के कारण संभव हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान देता है। मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है।