चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु सरकार होसुर में 2,000 एकड़ जमीन पर एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाएगी, जिसकी क्षमता प्रतिवर्ष 30 मिलियन यात्रियों को संभालने तथा कृष्णागिरि और धर्मपुरी जिलों में बढ़ती औद्योगिक जरूरतों को पूरा करने की होगी। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाईअड्डे की मौजूदगी से न केवल होसुर, बल्कि पूरे क्षेत्र के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
स्टालिन ने विधानसभा को नियम 110 के तहत बताते हुए कहा, 'मुझे इस सदन में यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि होसुर में 2,000 एकड़ भूमि पर एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा स्थापित किया जाएगा, जो प्रतिवर्ष 30 मिलियन यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा।
उन्होंने कहा कि द्रमुक के सत्ता में आने के बाद तमिलनाडु ने सभी क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है और राज्य साल 2022 के निर्यात तैयारी सूचकांक में भारत में पहले स्थान पर पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु मोटर वाहन, सहायक उपकरण, चमड़े के सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यात में भारत का अग्रणी राज्य है। औद्योगिक विकास के लिए राज्यों की रैंकिंग में साल 2020 में सबसे निचले स्थान पर रहने वाला तमिलनाडु अब शीर्ष प्रदर्शन करने वाला राज्य बन गया है।
स्टालिन ने कहा कि साल 2030 तक राज्य को एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से होसुर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित कर रहा है। अपनी ओर से, राज्य सरकार तेजी से बढ़ते शहर होसुर में बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से विभिन्न परियोजनाओं को लागू कर रही है। इसके अनुसार, होसुर के लिए एक नया मास्टर प्लान पूरा होने वाला है।
स्टालिन ने कहा, 'इसलिए, सरकार कृष्णागिरि और धर्मपुरी क्षेत्रों के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद के लिए होसुर में एक हवाईअड्डा बनाना जरूरी समझती है।'
उन्होंने घोषणा की कि कावेरी नदी के तट पर स्थित शहर तिरुचिरापल्ली में एक आधुनिक पुस्तकालय बनाया जाएगा। उसका नाम पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के नाम पर रखा जाएगा।