चेन्नई/दक्षिण भारत। अन्नाद्रमुक विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पार्टी महासचिव ईके पलानीस्वामी के नेतृत्व में यहां कल्लाकुरिची शराब त्रासदी की सीबीआई जांच की मांग को लेकर अनशन किया।
वहीं, डीएमडीके प्रमुख प्रेमलता विजयकांत ने अनशन स्थल का दौरा किया और विरोध प्रदर्शन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया।
काली शर्ट पहने अन्नाद्रमुक विधायकों ने यहां राजरथिनम स्टेडियम में सुबह नौ बजे अपना अनशन शुरू किया। इन विधायकों को कार्यवाही में बाधा डालने के कारण विधानसभा के मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया है।
मुख्य विपक्षी दल के अनुसार, यह अनशन राज्य विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने की 'अनुमति न दिए जाने' की निंदा करने के लिए भी है।
पलानीस्वामी ने एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के इस्तीफे की मांग की और दोहराया कि जहरीली शराब से हुईं मौतों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराई जानी चाहिए।
उन्होंने पूछा कि जब मौतें ‘60 से ज्यादा हो गई हैं’, तो स्टालिन ने अब तक कल्लाकुरिची का दौरा क्यों नहीं किया है? उन्होंने विधानसभा में इस मुद्दे पर ईमानदारी से चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री की ‘अनिच्छा’ की भी आलोचना की।
अनशन स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए प्रेमलता विजयकांत ने सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया और यह भी मांग की कि न्याय के लिए मद्य निषेध एवं आबकारी मंत्री एस मुथुसामी अपने पद से इस्तीफा दें।