नई दिल्ली/दक्षिण भारत। समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी की सेंगोल के संबंध में की गई टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि सपा सांसद आरके चौधरी तमिल संस्कृति को नहीं जानते। वे तमिल परंपरा को नहीं जानते। वे तमिल सेंगोल के मूल्य को नहीं जानते।
मुरुगन ने कहा कि सेंगोल सभी के लिए न्याय को दर्शाता है। यह समान सरकार और निष्पक्ष सरकार को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंगोल की पहचान की। फिर कुछ शोध कार्य किए गए। आखिरकार, सेंगोल की पहचान की गई और उसे नए संसद भवन में लाया गया।
मंत्री ने कहा कि नया संसद भवन भारतीय के लिए गर्व की बात है। इंडि गठबंधन के लोग सेंगोल की कद्र नहीं करते। यह रवैया निंदनीय है। इसलिए मैं इस घटना की निंदा करता हूं।
बता दें कि सपा सांसद आरके चौधरी ने कहा कि संविधान लोकतंत्र का प्रतीक है। अपने पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने संसद में 'संगोल' स्थापित किया था।
उन्होंने दावा किया कि 'सेंगोल' का मतलब है 'राज-दंड'। इसका मतलब 'राजा का डंडा' भी होता है। रियासती व्यवस्था खत्म होने के बाद देश आजाद हुआ था।
उन्होंने कहा था कि देश राजा के डंडे से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान बचाने के लिए सेंगोल को संसद से हटाया जाए।