नई दिल्ली/दक्षिण भारत। संवेदनशील रक्षा सूचनाओं के लीक से संबंधित साल 2021 के विशाखापत्तनम आईएसआई जासूसी मामले में शामिल संदिग्धों पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को गुजरात और महाराष्ट्र में तीन स्थानों पर व्यापक तलाशी ली।
इस दौरान एनआईए के अधिकारियों ने संदिग्धों के आवासों की गहन तलाशी ली। माना जा रहा है कि इन लोगों ने भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों की जासूसी करने के लिए पाकिस्तान से धन प्राप्त किया था।
जानकारी के अनुसार, तलाशी के दौरान मोबाइल फोन और दस्तावेजों सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गईं।
इससे पहले खबर आई थी कि एनआईए मामले में और अधिक संबंधों की पहचान करने के लिए जब्त सामग्री की जांच कर रही है। यह मामला मूल रूप से 12 जनवरी, 2021 को काउंटर इंटेलिजेंस सेल, आंध्र प्रदेश द्वारा आईपीसी, यूए (पी) अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था।
एनआईए ने जून 2023 में मामले को अपने हाथ में लिया था। उसने 19 जुलाई, 2023 को एक फरार पाकिस्तानी नागरिक सहित दो आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। इसके बाद एक पाकिस्तानी नागरिक सहित तीन अन्य के खिलाफ दो और आरोप पत्र दायर किए गए।
एनआईए की जांच से पता चला कि पाकिस्तानी नागरिकों ने जासूसी रैकेट में आरोपियों के साथ सहयोग किया था, जिसमें भारत में आतंकवादी हिंसा फैलाने की साजिश के तहत भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी लीक की जा रही थी। मामले में जांच की जा जारी है।