चेन्नई/दक्षिण भारत। दक्षिण रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून 2024) की पहली तिमाही के दौरान 91.6 प्रतिशत का उल्लेखनीय समयपालन प्रदर्शन हासिल किया है, जो हर महीने 10,000 से ज्यादा ट्रेनों को संभालने वाले जोनों की सूची में शीर्ष पर है। यह वर्ष 2023 की इसी अवधि के 90 प्रतिशत से सुधार दर्शाता है।
रेलवे ने कहा कि यह उपलब्धि प्रभावी निगरानी, परिसंपत्ति विफलताओं पर नियंत्रण तथा बेहतर ट्रैक रखरखाव के लिए किए गए निरंतर प्रयासों के कारण संभव हुई है।
दक्षिण रेलवे हर महीने औसतन 10,712 ट्रेनों का संचालन करता है। अप्रैल-जून 2024 की अवधि में, दक्षिण रेलवे द्वारा संचालित 27,631 ट्रेनें समय पर चलीं, जो प्रभावशाली समयपालन का प्रदर्शन है।
समय की पाबंदी के प्रदर्शन में ज़ोन के स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनों की आवाजाही के साथ-साथ गुजरने वाले यातायात को भी ध्यान में रखा जाता है।
हर महीने 10,000 से ज्यादा ट्रेनों को संभालने वाले जोनों में, दक्षिण रेलवे का समयपालन प्रदर्शन 91.6 प्रतिशत रहा, वहीं पूर्व मध्य रेलवे ने 82.4 प्रतिशत समयपालन हासिल किया। उसके बाद मध्य रेलवे ने 78.5 प्रतिशत समयपालन की उपलब्धि को अपने नाम किया।