नई दिल्ली/दक्षिण भारत। लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लगभग एक महीने बाद मोदी सरकार ने सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और वरिष्ठ नियुक्तियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख नीतिगत मुद्दों पर विचार करने के लिए कैबिनेट समितियों का गठन किया है।
इस समय जब देश को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मुद्दा चर्चा में है तो सबकी निगाहें 'निवेश और विकास पर कैबिनेट समिति' पर है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी और चिराग पासवान को शामिल किया गया है।
बता दें कि निवेश पर कैबिनेट समिति उन जरूरी परियोजनाओं की पहचान करेगी, जिनका निर्दिष्ट समयसीमा के भीतर क्रियान्वयन किया जाना है। इसमें 1,000 करोड़ रुपए या उससे अधिक के निवेश के साथ-साथ अन्य महत्त्वपूर्ण परियोजनाएं भी शामिल हैं।
यह जरूरी मंजूरी जारी करने के लिए समयसीमा निर्धारित करने, चिह्नित परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी एवं समीक्षा करने जैसे काम देखेगी। समिति समय पर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कदम उठाएगी।
समिति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत में गरीबी साल 2011-12 के 21.2 प्रतिशत आंकड़े से घटकर साल 2022-24 में 8.5 प्रतिशत हो गई है।