वियना/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ प्रेस वार्ता के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आप सभी का आभार प्रकट करता हूं। मुझे खुशी है कि मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही मुझे ऑस्ट्रिया आने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी यह यात्रा ऐतिहासिक भी है और विशेष भी है। 41 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया है। सुखद संयोग है कि यह यात्रा उस समय हो रही है, जब हमारे आपसी संबंधों के 75 साल पूरे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र और कानून का शासन जैसे मूल्यों में साझा विश्वास, हमारे संबंधों की मजबूत नींव है। आपसी विश्वास और साझा हित से हमारे रिश्तों को बल मिलता है। मैं इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए चांसलर कार्ल नेहमर और आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेरे और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए नई संभावनाओं की पहचान की है। हमने निर्णय लिया है कि संबंधों को रणनीतिक दिशा दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने और चांसलर नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों (चाहे यूक्रेन में संघर्ष हो या पश्चिम एशिया की स्थिति) पर विस्तार से बात की है। मैंने पहले भी कहा कि यह युद्ध का समय नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं। हम सहमत हैं कि यह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। इसको किसी तरह भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। हम संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में रिफॉर्म के लिए सहमत हैं, ताकि उन्हें समकालीन और प्रभावी बनाया जाए।