क्राइस्टचर्च/दक्षिण भारत। सेजल गुलिया ने न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में आयोजित कॉमनवेल्थ कैडेट फेंसिंग चैंपियनशिप में भारत के सराहनीय प्रदर्शन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ करीबी मुकाबले के बाद रजत पदक हासिल किया।
वे राष्ट्रीय स्तर पर कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करती हैं और सैन्य पृष्ठभूमि से आती हैं। उन्होंने आर्मी पब्लिक स्कूल, बेंगलूरु में पढ़ाई की है। 12 जुलाई से 14 जुलाई तक हुई इस चैंपियनशिप में राष्ट्रमंडल देशों के प्रतिभाशाली तलवारबाजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
सेजल गुलिया के रणनीतिक कौशल ने भारत को फाइनल तक पहुंचाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई, जहां टीम स्वर्ण पदक से चूक गई। हालांकि पूरे टूर्नामेंट में सेजल ने उल्लेखनीय दृढ़ संकल्प और खेल भावना का प्रदर्शन किया।
टीम के लिए रजत पदक हासिल करने में उनका बड़ा योगदान था। उनका समर्पण, अनुशासन और उल्लेखनीय प्रदर्शन प्रेरणादायक रहा।
अपनी तकनीकी दक्षता और प्रतिस्पर्धी भावना के लिए जानी जाने वाली सेजल गुलिया ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया है। टीम की सफलता में उनकी भूमिका उन्हें तलवारबाजी की दुनिया में एक उभरते सितारे के रूप में उजागर करती है।
रजत पदक जीतना अंतरराष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिताओं में भारत की बढ़ती मौजूदगी को रेखांकित करता है और देश की खेल उपलब्धियों में एक महत्त्वपूर्ण मुकाम है। टीम के प्रदर्शन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा और मान्यता मिली है, जिससे भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए एक मानक स्थापित हुआ है।