नई दिल्ली/दक्षिण भारत। संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी टिप्पणी में कहा कि आज सावन का पहला सोमवार है। इस पवित्र दिवस पर एक महत्त्वपूर्ण सत्र का प्रारंभ हो रहा है। सावन के पहले सोमवार पर मैं देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि आज संसद का मानसून सत्र भी आरंभ हो रहा है। देश बहुत बरीकी से देख रहा है कि संसद का यह सत्र सकारात्मक हो, सृजनात्मक हो और देशवासियों के सपनों को सिद्ध करने के लिए एक मजबूत नींव रखने वाला हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्त्वपूर्ण बजट होगा। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, यह बजट हमारे उन पांच वर्षों की दिशा तय करेगा। यह बजट वर्ष 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत बनाने वाला होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। हम गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत वृद्धि के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सभी राजनीतिक दलों से भी कहूंगा कि आइए, हम चार-4.5 साल दल से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ देश को समर्पित होकर संसद के इस गरिमापूर्ण मंच का उपयोग करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश के सभी दलों के सांसदों से आग्रहपूर्वक कहना चाहता हूं कि गत जनवरी से लेकर हम लोगों के पास जितनी सामर्थ्य थी, उससे जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली, जनता को जो बात बतानी थी, बता दी। किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया तो किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब वह दौर समाप्त हुआ, देश ने अपना निर्णय दे दिया है, अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है, सभी राजनीति दलों की विशेष जिम्मेदारी है कि आने वाले पांच वर्षों के लिए हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है और एक और नेक बनकर जूझना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनवरी 2029, जब चुनाव का वर्ष होगा, तब आप जाइए मैदान में, सदन का उपयोग करना है, तो कर लीजिए, 6 महीने जो खेल खेलना है, खेल लीजिए। लेकिन तब तक देश के युवा, किसान, महिला की सामर्थ्य के लिए, उनको सशक्त करने के लिए जनभागीदारी का एक आंदोलन खड़ा करके वर्ष 2047 के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगाएं।