कौन है बीएटी, जिसके हमले को हमारी सेना ने किया ​नाकाम?

हाल के वर्षों में पाकिस्तान की बीएटी अपनी आतंकी हरकतों की वजह से कुख्यात रही है

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नई दिल्ली/श्रीनगर/दक्षिण भारत। भारतीय सेना ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कामकाड़ी सेक्टर में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के हमले को नाकाम कर दिया।

पीटीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इसमें एक जवान शहीद हो गया और एक कैप्टन सहित चार अन्य घायल हो गए। गोलीबारी में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भी ढेर हो गया।

हाल के वर्षों में पाकिस्तान की बीएटी अपनी आतंकी हरकतों की वजह से कुख्यात रही है। बता दें कि बीएटी में आमतौर पर पाकिस्तान फौज के विशेष बल के जवान और आतंकवादी शामिल होते हैं। यह नियंत्रण रेखा और सीमा पार घात लगाकर हमले करती है।

बताते हैं कि बीएटी कर्मियों को पाकिस्तान फौज द्वारा आठ महीने और उसकी वायुसेना द्वारा चार सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस दौरान गुरिल्ला रणनीति पर खास जोर दिया जाता है। 

इसमें आतंकवादियों को शामिल करने की खास वजह यह है कि अगर वे भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा पकड़े जाएं तो पाकिस्तान उनसे किसी भी तरह का संबंध होने से साफ इन्कार कर सकता है।

वर्ष 2013 में भारतीय सेना के लांस नायक हेमराज की हत्या में बीएटी का नाम सामने आया था। शहीद हेमराज का सिर काट दिया गया था। यही नहीं, उनके शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया था। इसके अलावा कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें बीएटी की क्रूरता दिखाई दी थी।

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