तेहरान/दक्षिण भारत। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानिया की बुधवार तड़के तेहरान में हत्या कर दी गई।
ईरानी मीडिया के अनुसार, आईआरजीसी ने एक बयान जारी कर बताया कि तेहरान में उसके आवास को निशाना बनाकर किए गए हमले में इस्माइल हानिया और उसके एक अंगरक्षक की मौत हो गई।
बयान में कहा गया है कि आज सुबह (बुधवार) तेहरान में इस्लामी प्रतिरोध हमास के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख डॉ. इस्माइल हानिया के आवास पर हमला किया गया।
बयान में कहा गया है, 'इस घटना के बाद हानिया और उसके एक अंगरक्षक की मौत हो गई।' घटना की आगे की जांच जारी है।
हानिया का जन्म 29 जनवरी, 1962 को गाजा पट्टी में अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था। उसने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय में पढ़ाई की, जहां वह पहली बार हमास से जुड़ा। उसने साल 1987 में अरबी साहित्य में स्नातक की डिग्री ली थी।
हानिया साल 1997 में हमास कार्यालय का प्रमुख नियुक्त होने के बाद संगठन में लगातार आगे बढ़ता गया।
हानिया हमास सूची का प्रमुख था, जिसने साल 2006 के फिलस्तीनी विधायी चुनावों में जीत हासिल की। वह फिलस्तीन का प्रधानमंत्री बना था। हालांकि, फिलस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने 14 जून, 2007 को हानिया को पद से बर्खास्त कर दिया था।
उस समय चल रहे फतह-हमास संघर्ष के कारण, हानिया ने अब्बास के आदेश को स्वीकार नहीं किया और गाजा पट्टी में प्रधानमंत्री के रूप में अपना अधिकार जारी रखा था।
हानिया साल 2006 से फरवरी 2017 तक गाजा पट्टी में हमास का नेता था, जब उसे याह्या सिनवार ने प्रतिस्थापित किया। 6 मई, 2017 को, हानिया को खालिद मशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो का अध्यक्ष चुना गया। उस समय हानिया गाजा पट्टी से कतर चला गया था। 31 जुलाई, 2024 को ईरानी मीडिया ने बताया कि ईरान यात्रा के दौरान हानिया की हत्या कर दी गई।
हानिया के 13 बच्चे थे, जिनमें से तीन की साल 2024 में हत्या कर दी गई। 25 जून, 2024 को अल-शती शरणार्थी शिविर में इजरायली हवाई हमले में उसकी 80 वर्षीया बहन सहित परिवार के दस सदस्य मारे गए थे।