वायनाड/दक्षिण भारत। केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन में 173 लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 लोग घायल हो गए हैं। अधिकारी लापता लोगों का पता लगाने और दबे हुए पीड़ितों को निकालने के लिए चुनौतीपूर्ण इलाकों में कोशिशें कर रहे हैं।
बचावकर्मी मलबा हटाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच, मृतकों के आंकड़े में वृद्धि की आशंका बनी हुई है। जिला प्रशासन ने गुरुवार को बताया कि भारी भूस्खलन में 173 लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक घायल हो गए हैं।
कहा गया है कि 100 शवों की पहचान हो चुकी है तथा शरीर के अंगों सहित 219 अवशेषों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है। प्रभावित क्षेत्रों से 221 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनमें से 91 का अभी भी इलाज चल रहा है।
भूस्खलन प्रभावित वायनाड में कई लोग लापता हैं, जहां बचावकर्मी प्रतिकूल परिस्थितियों, जिसमें जलभराव वाली जमीन भी शामिल है, से जूझ रहे हैं। वे नष्ट हो चुके घरों और इमारतों में जीवित लोगों और शवों की तलाश कर रहे हैं।
भूस्खलन मंगलवार को लगभग अलसुबह 2 बजे और 4.10 बजे हुआ, जिससे सोते हुए लोगों में अफरा-तफरी मच गई तथा बड़ी संख्या में हताहत हुए।
मूसलाधार बारिश के कारण हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन ने मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा के सुरम्य गांवों को अपनी चपेट में ले लिया था।