वायनाड/दक्षिण भारत। वायनाड के मुंडक्कई में भारी बारिश के बावजूद बड़े पैमाने पर खोज और बचाव अभियान जारी रहने के बीच केरल के एडीजीपी एमआर अजित कुमार ने शुक्रवार को कहा कि क्षेत्र में हुए विनाशकारी भूस्खलन में लगभग 300 लोग अभी भी लापता हैं।
भारी बारिश के कारण मंगलवार को हुए भूस्खलन में मृतकों की संख्या गुरुवार को 190 तक पहुंच गई, जबकि अधिकारियों ने आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।
खोज एवं बचाव मिशन का समन्वय करते हुए मीडिया से बातचीत के दौरान कुमार ने कहा कि लगभग 300 लोग अभी भी लापता हैं, लेकिन अंतिम संख्या का पता राजस्व विभाग द्वारा विवरण एकत्र करने के बाद ही लगाया जा सकेगा।
कुमार ने कहा, 'अब तक हमें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार लगभग 300 लोग अभी भी लापता हैं। हालांकि, राजस्व विभाग अभी भी विवरण एकत्र कर रहा है। एक या दो दिन में हमें अंतिम तस्वीर मिल जाएगी।'
राज्य में कानून एवं व्यवस्था के प्रभारी एडीजीपी ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों को छह जोनों में विभाजित किया गया है और शव खोजी कुत्तों के साथ अलग-अलग टीमों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि केरल पुलिस विशेष एजेंसियों की मदद से कोझिकोड शहर तक चलियार नदी में तलाशी अभियान चलाएगी।
कुमार ने कहा, 'हम नदी में भी तलाशी अभियान चला रहे हैं। कल हमें पोथुकल से शव मिले थे। इसलिए अब हमने चलियार नदी के किनारे से लेकर कोझिकोड शहर तक के सभी पुलिस स्टेशनों को अपने-अपने क्षेत्रों में तलाशी लेने का निर्देश दिया है।'
मलप्पुरम जिले में चलियार नदी के तट से शव मिलने की खबरें आईं। अधिकारियों ने बताया कि मलप्पुरम से होकर बहने वाली चलियार नदी के हिस्से से मिले 143 शव और कई अंग वायनाड लाए गए हैं।