रामनगर/दक्षिण भारत। भाजपा और जद (एस) ने कथित मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण से जुड़े जमीन आवंटन घोटाले के खिलाफ रविवार को दूसरे दिन भी बेंगलूरु से मैसूरु तक अपना सप्ताहभर का विरोध मार्च जारी रखा। उन्होंने कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को घेरने की कोशिश की।
एमयूडीए द्वारा सिद्दरामैया की पत्नी पार्वती सहित अन्य लोगों को कथित धोखाधड़ी से भूमि आवंटन के खिलाफ तथा मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर 'मैसूरु चलो' पदयात्रा दूसरे दिन यहां बिदादी से शुरू हुई।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेन्द्र, जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, विधान परिषद् में विपक्ष के नेता चलवधी नारायणस्वामी, जद (एस) नेता निखिल कुमारस्वामी, दोनों पार्टियों के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता बिदादी से शुरू हुए मार्च में शामिल हुए।
दोनों पार्टियों के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता ढोल-नगाड़ों की ध्वनि के बीच भाजपा और जद (एस) के झंडे और तख्तियां लिए मुख्यमंत्री और उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए मार्च करते देखे गए।
जिस रास्ते से मार्च गुजरा, उसे कई स्थानों पर दोनों पार्टियों के झंडों और प्रमुख नेताओं के चित्रों से सजाया गया था। शनिवार को बेंगलूरु के निकट केंगेरी से शुरू हुई यह यात्रा पहले दिन 16 किलोमीटर की दूरी तय कर बिदादी पहुंची थी।
एमयूडीए 'घोटाले' में यह आरोप लगाया गया है कि सिद्दरामैया की पत्नी पार्वती को मैसूरु के एक पॉश इलाके में प्रतिपूरक भूखंड आवंटित किया गया था, जिसका संपत्ति मूल्य उनकी भूमि की तुलना में अधिक था।