नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ ने विनेश फोगाट को ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईओए प्रमुख पीटी उषा से इस मामले में उचित कार्रवाई करने को कहा है।
लोकसभा में दिए गए एक बयान में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि सरकार ने फोगाट को उनकी आवश्यकता के अनुसार हर संभव सहायता प्रदान की है, जिसमें निजी स्टाफ भी शामिल है।
फोगाट मुद्दे पर विपक्षी दलों ने लोकसभा से बहिर्गमन किया।
मंडाविया ने कहा, 'भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। विनेश 50 किलोग्राम वर्ग में खेल रही थीं और प्रतियोगिता के लिए उनका वजन 50 किलोग्राम होना चाहिए था।'
उन्होंने कहा, 'यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) के नियमों और विनियमों के अनुसार, सभी प्रतियोगिताओं के लिए, संबंधित श्रेणी के लिए हर सुबह वजन का आयोजन किया जाता है।'
उन्होंने कहा, '7 अगस्त को पेरिस समयानुसार सुबह 7:15-7:30 बजे 50 किलोग्राम महिला कुश्ती के लिए वजन निर्धारित किया गया, जो कि रेपेचेज में भाग लेने वाले पहलवानों के लिए था। विनेश का वजन 50 किलोग्राम और 100 ग्राम पाया गया। इसलिए, उन्हें प्रतियोगिता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया।'
भारतीय ओलंपिक संघ ने इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है।