ढाका/दक्षिण भारत। बांग्लादेश में सेंटर फॉर पॉलिसी डायलॉग (सीपीडी) ने बताया कि साल 2008 से 2023 के बीच की अवधि में 24 प्रमुख बैंकिंग घोटालों में लगभग 92,261 करोड़ टका का गबन किया गया।
इस थिंक टैंक ने कहा कि कई बैंक मृतप्राय हो चुके हैं, लेकिन उन्हें बेलआउट के माध्यम से जीवित रखा गया है। उसने उन बैंकों को बंद करने की अनुमति देने की सिफारिश की, जो पतन के कगार पर हैं।
गबन की गई राशि बांग्लादेश के वित्तीय वर्ष 2023-24 के राष्ट्रीय बजट के 12 प्रतिशत या वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद के 2 प्रतिशत के बराबर है।
सीपीडी ने बैंकिंग क्षेत्र पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये आंकड़े साझा किए, चूंकि नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने 5 अगस्त को शपथ ली।
सीपीडी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र, जो अर्थव्यवस्था का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है, समय के साथ ऋण चूक के उच्च स्तर के कारण कमजोर होता जा रहा है।
सीपीडी की कार्यकारी निदेशक फहमीदा खातून ने रिसर्च फेलो सैयद यूसुफ सादात द्वारा सह-लिखित एक पेपर प्रस्तुत करते हुए कहा, 'पूर्व में अच्छे रहे कई बैंकों के प्रदर्शन में दुर्भाग्यपूर्ण गिरावट आई है, क्योंकि उनके ऊपर क्रोनी पूंजीपतियों द्वारा शत्रुतापूर्ण अधिग्रहण किया गया।'