इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तानी सरकार ने पीटीआई के संस्थापक इमरान खान पर एक सेवानिवृत्त जनरल और अन्य लोगों के साथ मिलकर देश में अराजकता और वैमनस्य फैलाने की राजनीतिक साजिश रचने का आरोप लगाया। पाक सूचना मंत्री ने संकेत दिया कि ले. जनरल फैज हमीद (अब सेवानिवृत्त) और उनके अन्य 'सह-षड्यंत्रकारियों' के खिलाफ जांच का दायरा आने वाले दिनों में बढ़ाया जाएगा।
इस बीच, जासूसी एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख, जो वर्तमान में कोर्ट मार्शल की कार्यवाही का सामना कर रहे हैं, से खुद को दूर करने के कुछ ही दिनों बाद, खान ने उन दावों का समर्थन किया कि वे और सेवानिवृत्त ले. जनरल करीब थे। उन्होंने कहा कि पेशावर कोर में ले. जनरल का स्थानांतरण पीटीआई सरकार के खिलाफ रची गई साजिश का हिस्सा था।
एक संवाददाता सम्मेलन में पाक सूचना मंत्री ने कहा कि ले. जनरल फैज हमीद की गिरफ्तारी के बाद फौज ने पारदर्शी जांच की है, क्योंकि उसके पास आंतरिक जवाबदेही का अपना तंत्र है। उन्होंने कहा कि वे आत्म-जवाबदेही में विश्वास करते हैं।
इस संबंध में की गई गिरफ्तारियों का जिक्र करते हुए और आने वाले दिनों में और कार्रवाई का संकेत देते हुए सूचना मंत्री ने दावा किया कि इमरान खान ने इन लोगों के साथ मिलकर देश में अराजकता फैलाने की साजिश रची थी।
उन्होंने कहा, ‘यह पीटीआई संस्थापक के नेतृत्व में एक राजनीतिक गठबंधन था, जो ले. जनरल फैज और अन्य सहयोगियों से जुड़ा था।’ उन्होंने कहा कि जांच का दायरा निश्चित रूप से बढ़ेगा।
उन्होंने पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार का जिक्र करते हुए कहा, 'चाहे कोई साकिब हो या निसार, चीजें पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ेंगी।' पीएमएल-एन ने उन पर पीटीआई शासन को समर्थन देने और अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
तरार ने आरोप लगाया कि ऐसे साक्ष्य सामने आ रहे हैं, जिनसे पता चलता है कि पीटीआई संस्थापक इन षड्यंत्रकारियों के साथ संपर्क में थे, अविश्वास प्रस्ताव के समय और यहां तक कि जेल जाने के बाद भी।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अन्य संस्थाओं को भी उसी आत्म-जवाबदेही का अभ्यास करना चाहिए, जो सेना ने प्रदर्शित की है।