रांची/दक्षिण भारत। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को कहा कि वे राजनीति नहीं छोड़ेंगे और नई राजनीतिक पार्टी बनाने का विकल्प हमेशा उनके पास खुला है।
चंपई सोरेन ने कहा कि वे 'झामुमो नेताओं के हाथों अपमान का सामना करने' के बाद अपनी योजनाओं पर अडिग हैं। वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि उन्होंने अपना पूरा जीवन इसी पार्टी को समर्पित कर दिया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के वरिष्ठ नेता ने सरायकेला-खरसावां जिले में अपने पैतृक गांव झिलिंगोरा पहुंचने के तुरंत बाद कहा, 'यह मेरे जीवन का नया अध्याय है। मैं राजनीति नहीं छोड़ूंगा, क्योंकि मुझे अपने समर्थकों से बहुत प्यार और समर्थन मिला है।'
उन्होंने कहा, 'मैंने तीन विकल्प बताए थे - राजनीति छोड़ना, संगठन या दोस्त। मैं राजनीति नहीं छोड़ूंगा। (राजनीति छोड़ने का) अध्याय बंद हो गया है, मैं एक नया संगठन बना सकता हूं।'
67 वर्षीय आदिवासी नेता को 1990 के दशक में अलग राज्य बनाने की लड़ाई में उनके योगदान के लिए 'झारखंड का टाइगर' उपनाम मिला था।
चंपई सोरेन ने कहा, 'झामुमो से किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। यह झारखंड की धरती है ... मैंने छात्र जीवन से ही संघर्ष किया है। मैंने पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के नेतृत्व में अलग झारखंड राज्य के लिए आंदोलन में भाग लिया था।'