सिलचर/दक्षिण भारत। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को दावा किया कि पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अस्थिरता के बाद से हिंदुओं ने भारत में प्रवेश करने की कोशिश नहीं की है।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'बांग्लादेश में हिंदू रह रहे हैं और (अपने अधिकारों की रक्षा के लिए) लड़ रहे हैं। पिछले एक महीने में एक भी हिंदू व्यक्ति को भारत में घुसने की कोशिश करते नहीं देखा गया।'
उन्होंने यह भी कहा कि पड़ोसी देश के बहुसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोग भारत के कपड़ा क्षेत्र में रोजगार की तलाश में आने का प्रयास कर रहे हैं।
इसके बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में कहा कि असम पुलिस ने शुक्रवार रात बदरपुर रेलवे स्टेशन पर दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक मासूम खान (36) पुत्र रुस्तम खान निवासी मॉडलगंज थाना, बांग्लादेश और दूसरी सोनिया अख्तर (15 वर्ष) पुत्री सलीम उद्दीन निवासी ढाका, बांग्लादेश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें पता चला है कि वे मधापुर-अगरतला मार्ग से बेंगलूरु रूट से हमारे देश में प्रवेश कर रहे थे। बीएसएफ की मदद से असम पुलिस ने शुक्रवार रात इन्हें गिरफ्तार किया और सफलतापूर्वक सीमा पार कराकर वापस भेज दिया।
उन्होंने कहा कि हम इस बात के लिए पूरी तरह तैयार हैं कि कोई भी बांग्लादेशी नागरिक हमारे देश में प्रवेश न कर सके।