इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। बलोचिस्तान में हुए भीषण हमलों के एक दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि अब 'आतंकवाद को खत्म करने का समय आ गया है'। इन हमलों में 14 सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 50 लोगों की जान चली गई।
इस्लामाबाद में कैबिनेट की बैठक को संबोधित करते हुए शहबाज ने कहा, 'बलोचिस्तान में कल जो घटनाएं हुईं, उनकी जितनी भी निंदा की जाए, वह पर्याप्त नहीं है।'
हिंसा की ताजा घटना में आतंकवादियों ने रविवार मध्य रात्रि को कई हमले किए, जिनमें सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ आम नागरिकों, विशेषकर पंजाब के लोगों को निशाना बनाया गया।
बता दें कि अशांत बलोचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में 14 सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 50 लोगों की जान चली गई। प्रतिबंधित बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) से जुड़े दर्जनों लोगों ने पूरे प्रांत में उत्पात मचाया, पुलिस स्टेशनों पर धावा बोला, रेलवे पटरियों को उड़ा दिया और लगभग तीन दर्जन वाहनों को आग लगा दी।
पाकिस्तानी पंजाब की सीमा पर स्थित मुसाखाइल जिले में आतंकवादियों ने पहचान पत्रों की जांच के बाद 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सशस्त्र बलों की मीडिया शाखा ने कहा कि बाद की कार्रवाइयों में सुरक्षा बलों ने 21 आतंकवादियों को मार गिराया। बलोचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने प्रांत में आतंकवाद को कुचलने की कसम खाई।
कैबिनेट बैठक में शहबाज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले कुछ दिनों में आतंकवादी घटनाओं में दर्जनों पाकिस्तानी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आतंकवाद की लहर थी।
उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी गलत सोच रहे हैं कि वे निर्दोष पाकिस्तानियों की हत्या करके अपनी पकड़ मजबूत कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान और चीन के बीच दूरियां पैदा करना चाहते थे।