गुवाहाटी/दक्षिण भारत। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को आरोप लगाया कि चंपई सोरेन पिछले पांच महीनों से झारखंड में अपनी ही सरकार की पुलिस की 'निगरानी' में थे।
सरमा ने कहा कि झारखंड पुलिस की विशेष शाखा के दो उपनिरीक्षकों (एसआई) को सोरेन के लोगों ने दिल्ली के एक होटल में उस समय पकड़ा, जब वे पूर्व मुख्यमंत्री पर नजर रख रहे थे।
सरमा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'यह भारतीय राजनीति में निगरानी का सबसे दुर्लभ मामला है, हम इसे उच्चतम स्तर पर उठाएंगे।'
सरमा ने कहा, 'दोनों उपनिरीक्षकों के अनुसार, सोरेन को ट्रैक करने का आदेश 'संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति' और विशेष शाखा प्रमुख की ओर से आया था।'
उन्होंने बताया कि दोनों उपनिरीक्षकों को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है, जो जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब यह भी संदेह है कि सोरेन के फोन टैप किए जा सकते हैं और उन्हें 'हनी ट्रैप' में फंसाने की योजना हो सकती है, क्योंकि एक महिला भी दोनों एसआई से मिल रही थी।
सरमा ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होने की घोषणा का जिक्र करते हुए दावा किया, 'भाजपा के साथ बातचीत करने से पहले ही सोरेन पर निगरानी रखी गई थी।'