वायुसेना के सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट और पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए

सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट, भारतीय वायुसेना की एक प्रमुख अनुसंधान एवं विकास सुविधा है

पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय वायुसेना के सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट और मांड्या के पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने बुधवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर अपने सहयोग को औपचारिक रूप दिया।

यह समझौता संयुक्त अनुसंधान एवं विकास पहल के जरिए नवाचार को बढ़ावा देने तथा इंजीनियरिंग शिक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

बता दें कि सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंस्टीट्यूट, भारतीय वायुसेना की एक प्रमुख अनुसंधान एवं विकास सुविधा है, जो सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकियों को उन्नत करने तथा वायुसेना की परिचालन आवश्यकताओं को सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित है।

पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है, जो गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान करने और अनुसंधान और सहयोग के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।

इस अवसर पर एसडीआई के कमांडेंट एयर वाइस मार्शल केएन संतोष ने कहा, 'पीईएससीई के साथ मिलकर काम करना अकादमिक/रक्षा इंजीनियरिंग अनुसंधान एवं विकास सहयोग के उद्देश्य से एक और महत्त्वपूर्ण मुकाम है। इस सहयोग के माध्यम से एसडीआई का लक्ष्य प्रशिक्षुओं को परियोजनाओं के माध्यम से एवियोनिक्स सॉफ्टवेयर का अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है।

उन्होंने कहा, 'इस समझौता ज्ञापन से एसडीआई को नई तकनीक के उपयोग की मांगों को पूरा करने के लिए नए सॉफ्टवेयर उत्पादों/प्रक्रियाओं को डिजाइन, इंजीनियर और विकसित करने में सहायता मिलेगी। यह आत्मनिर्भर भारत और विजन 2047 की भावना के अनुरूप है।'

पीईटी के अध्यक्ष केएस विजय आनंद ने कहा, 'हम इस साझेदारी से अपने छात्रों और शिक्षकों के लिए उत्पन्न होने वाले अवसरों को लेकर उत्साहित हैं। आर एंड डी परियोजनाओं और कस्टम प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर वायुसेना के साथ सहयोग करने से हमारा शैक्षणिक वातावरण समृद्ध होगा।'

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