ढाका/दक्षिण भारत। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके पूर्व कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ देश में कोटा सुधार विरोध प्रदर्शन के दौरान दो बीएनपी कार्यकर्ताओं सहित तीन लोगों की हत्या के लिए दो नए मामले दर्ज किए गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है।
शुक्रवार को ढाका की अदालतों में दायर ये मामले शेख हसीना के खिलाफ दर्ज मामलों की शृंखला में नवीनतम हैं। सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली के खिलाफ छात्रों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को उनके इस्तीफे और भारत आने के बाद यह मामला दर्ज किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही हसीना के खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर 84 हो गई है, जिनमें हत्या के 70, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के आठ, कथित अपहरण के तीन और अन्य आरोपों के तीन मामले शामिल हैं।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकर्ता मतिउर रहमान ने 4 अगस्त को साथी पार्टी कार्यकर्ताओं जुल्कर हुसैन और अंजना की हत्या को लेकर किशोरगंज में मामला दर्ज कराया है।
मामले में दिए गए बयान के अनुसार, छात्र आंदोलन और बीएनपी कार्यकर्ताओं के जुलूस पर अवामी लीग के नेताओं ने आग्नेयास्त्रों, डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया।
कुछ बीएनपी कार्यकर्ताओं ने निकटवर्ती खोरमाप्टरी क्षेत्र में एक जिला अवामी लीग नेता के घर में शरण ली, जहां उन्हें हसीना के नेतृत्व वाली पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंधक बना लिया और फिर आग लगा दी, जिसमें हुसैन और अंजना की मौत हो गई।