बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने रविवार को अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि बेंगलूरु शहर में गड्ढे 15 दिन की समय सीमा के भीतर नहीं भरे गए तो उनके खिलाफ 'सख्त कार्रवाई' की जाएगी।
शिवकुमार, जो बेंगलूरु शहर विकास के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने 1 सितंबर को बृहत् बेंगलूरु महानगर पालिके (बीबीएमपी) को ढेर सारी शिकायतों का हवाला देते हुए शहरभर में गड्ढे भरने के लिए 15 दिन की समय सीमा तय की थी।
उन्होंने कहा, 'मैंने बेंगलूरु नगर निगम के अधिकारियों, वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्य अभियंताओं के साथ बैठक की है और उन्हें बताया है कि मैंने जो 15 दिन की समयसीमा दी है, उस समयावधि के भीतर काम पूरा हो जाना चाहिए। वहां मौजूद 400 कर्मचारी-इंजीनियरों को सबसे पहले गड्ढों को भरने पर ध्यान देना चाहिए।'
बैठक के बाद यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा न करने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'कितने लोगों को निलंबित किया जाएगा, यह मैं नहीं जानता, मैंने उनसे सख्ती से कहा है कि गड्ढों को समय सीमा के भीतर भर दिया जाना चाहिए। मैंने उनसे सीधे तौर पर कहा है।'
उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'अपने वार्डों में, जो भी जिम्मेदार हैं, चाहे वे बड़े हों या छोटे, ऊपर से नीचे तक उन्हें व्यक्तिगत रूप से सड़कों पर जाना चाहिए और गड्ढों को भरवाना चाहिए, यह पहली प्राथमिकता है।'
शिवकुमार ने आगे कहा कि 15 दिन के बाद वे व्यक्तिगत रूप से बेंगलूरु की सड़कों पर घूमेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वन विभाग के अधिकारियों को हवा और बारिश के कारण पेड़ों के गिरने की घटनाओं से बचने के लिए पेड़ों की छंटाई करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि पेड़ों को काटा नहीं जा सकता। पेड़ों के गिरने की घटनाओं से बचने के लिए छंटाई की जानी चाहिए।'