कानपुर/दक्षिण भारत। दो दिन पहले यहां कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की संदिग्ध कोशिश के सिलसिले में दो दर्जन से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सोमवार को एक सजग लोको पायलट की वजह से एक बड़ा रेल हादसा टल गया, क्योंकि भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस यहां पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद रुक गई थी।
घटनास्थल पर पेट्रोल की एक बोतल और माचिस भी मिली, जिससे तोड़फोड़ की कोशिश का संकेत मिलता है। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की।
इस मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते सहित कई एजेंसियों द्वारा जांच शुरू की गई है। अधिकारियों को संदेह है कि इसका आतंकवादियों से संबंध हो सकता है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'सोमवार रात दो स्थानीय हिस्ट्रीशीटरों समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया। बाद में पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।'
उन्होंने कहा, 'मंगलवार को पुलिस ने एक परिवार के तीन सदस्यों समेत दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है, उनमें मुख्य रूप से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग शामिल हैं।'
अधिकारी ने बताया, 'पुलिस ने एक युवक को भी हिरासत में लिया है, जो हाल ही में पश्चिम बंगाल से कानपुर आया था।'
घटनास्थल का दौरा करने वाले अतिरिक्त महानिदेशक (रेलवे) प्रकाश डी ने दावा किया कि पुलिस को मामले में सफलता मिली है और जल्द ही इसका खुलासा होने की संभावना है।