बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने गुरुवार को माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि येचुरी ने संप्रग-1 सरकार को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और साझा न्यूनतम कार्यक्रमों का मसौदा तैयार करने का नेतृत्व किया था, जिसने कई मुद्दों पर देश के नीतिगत दृष्टिकोण को बदल दिया था।
मुख्यमंत्री ने येचुरी को एक अच्छा इंसान और बहुभाषी विद्वान बताया, जिन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता, और अडिग विश्वास से सार्वजनिक जीवन को समृद्ध किया।
येचुरी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया।
सिद्दरामय्या ने कहा कि इंडि गठबंधन के गठन में येचुरी की भूमिका और राज्यसभा में उनके प्रभावशाली हस्तक्षेप ने उन्हें राजनीति में सम्मान दिलाया।
उन्होंने कहा कि येचुरी ने सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे पिछले साल मेरे शपथ ग्रहण समारोह में आए थे और मुझे शुभकामनाएं दी थीं।
सिद्दरामय्या ने कहा कि सीताराम येचुरी का निधन सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं भी येचुरी के परिवार और साथियों के दुख में शामिल हूं।