नई दिल्ली/दक्षिण भारत। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे दो दिन बाद इस पद से इस्तीफा देंगे।
यहां आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भगवान का हम सभी के ऊपर बहुत आशीर्वाद रहता है। इसी वजह से हम लोग बड़ी-बड़ी मुसीबतों से लड़कर और जीतकर आते हैं। इसके साथ मैं उन लाखों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने हमारे साथियों के लिए दुआएं कीं।
उन्होंने कहा कि आज मैं जनता से पूछने आया हूं कि आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हैं या गुनहगार? अब जब तक दिल्ली की जनता अपना फ़ैसला नहीं सुना देती है, तब तक मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। मैं आज से दो दिन बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं तो मुझे बड़ी संख्या में वोट दें। मैं अब चुने जाने के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। चुनाव फरवरी में होने हैं। मेरी मांग है कि नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ ही दिल्ली में चुनाव कराए जाएं। चुनाव होने तक पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री रहेगा। अगले दो-तीन दिनों में विधायकों की बैठक होगी, जिसमें अगला मुख्यमंत्री तय किया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि जब शहीद भगत सिंह जेल में थे, तब उन्होंने कई लोगों को पत्र लिखे थे और अंग्रेजों ने ये पत्र बाहर लोगों को पहुंचाए। जब मैं जेल गया, तब मैंने एलजी साहब को एक ही पत्र लिखा था कि 15 अगस्त को मेरी जगह आतिशी को झंडा फहराने दिया जाए। वह पत्र एलजी साहब को नहीं पहुंचाया गया और चेतावनी दी गई कि अगर अब आपने पत्र लिखा तो परिवार के साथ आपकी मुलाक़ात बंद कर दी जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि भगत सिंह ने फाँसी पर चढ़ते वक्त कभी नहीं सोचा होगा कि एक ऐसा भारत भी होगा, जिसमें इतनी क्रूर सरकार आएगी, जो अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ देगी।