किश्तवाड़/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ बलिदानियों की भूमि है। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण जब भारत का विभाजन हुआ तो रियासत जम्मू-कश्मीर कहां जाएगी, इसका फैसला करने में नेहरू की शेख-परस्त नीतियों के कारण बड़ी देर हुई।
शाह ने कहा कि जब-जब जम्मू-कश्मीर पर संकट आया, किश्तवाड़ के लोग बलिदान देने में पीछे नहीं हटे। साल 1990 के आतंकवाद के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मिलकर यहां का हर नागरिक लड़ा और आतंकवाद को समाप्त करने में अपना योगदान दिया।
शाह ने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर में कमल खिलने जा रहा है। आगामी चुनाव दो ताकतों के बीच है। भाजपा पंडित प्रेमनाथ डोगरा और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है। यह हमारे लिए स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। जब हमने भारत के लिए ‘दो विधान और दो प्रधान’ के विचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी, तो नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने हमारे अभियान का विरोध किया।
शाह ने कहा कि फारूक कहते थे कि मोदी 10 बार प्रधानमंत्री बन जाएं, तब भी धारा-370 नहीं हटा सकते। महबूबा कहती थीं कि धारा-370 हटी तो खून की नदियां बह जाएंगी, लेकिन मोदी ने इसे हटाकर देश में एक निशान, एक प्रधान और एक संविधान प्रस्थापित किया।
मैं यहां कहने आया हूं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित प्रेमनाथ डोगरा के नेतृत्व में प्रजा परिषद और भारतीय जनसंघ ने जब आंदोलन किया कि एक देश में 'दो निशान, दो विधान और दो प्रधान' नहीं होंगे, तब नेहरू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने आंदोलन को कुचला। ये कहते थे, आसमान से चांद सितारे आ जाएं, तब भी धारा-370 नहीं हटेगी।
शाह ने कहा कि मोदी ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत किया। मैं फारूक अब्दुल्ला पूछना चाहता हूं से कि आपकी तीन पुश्तों ने राज किया, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज कभी मिला था? मोदी ने घाटी से लेकर मैदान तक, सभी को 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त दिया।
शाह ने कहा कि मैं आज यहां कहता हूं कि जिनके मंसूबे यहां आतंक फैलाने के हैं, अभी भी समय है वापस चले जाएं, नहीं तो भारतीय सेना और सुरक्षा बल तैनात हैं। यहीं पर ठिकाने लगा दिए जाएंगे।
शाह ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने इस अब्दुल्ला परिवार को देशद्रोही कहा, आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराया, उमर अब्दुल्ला के दादा को वर्षों तक जेल में रखा, आज मोदी के सामने जीतने के लिए राहुल और अब्दुल्ला इलू, इलू कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए थी। यही बताता है कि राहुल गांधी व उमर अब्दुल्ला की सरकार बनी तो क्या होगा। फिर से गोलियां चलेंगी, फिर से पथराव होगा, फिर से आतंकवादियों के जनाजे निकलेंगे, फिर से ताजिया का जुलूस बंद हो जाएगा, फिर से सिनेमा हॉल बंद हो जाएंगे, फिर से अमरनाथ यात्रा पर हमला होगा और जम्मू-कश्मीर में ये जो निवेश आ रहा है, इसकी जगह बेरोजगारी होगी।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य की सुरक्षा से जुड़े सभी मुद्दों का समाधान करना है। हम उनका तुरंत समाधान करेंगे। साथ ही, किश्तवाड़ में एडवेंचर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। भाजपा सरकार पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, वेलनेस, योग केंद्रों तथा तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाएगी।