लेबनान में एकसाथ कैसे फटे हजारों पेजर, साइबर हमले का यह स्वरूप कितना घातक?

विशेषज्ञ ने कहा, 'यह कृत्य आज की डिजिटल दुनिया में इजराइल के प्रभुत्व को दर्शाता है'

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तेहरान/दक्षिण भारत। एक साइबर सुरक्षा विश्लेषक ने कहा है कि लेबनान के खिलाफ इजराइली साइबर हमले से जुड़े पेजर संभवतः ताइवान के अपोलो पेजिंग इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा निर्मित किए गए थे।

ईरानी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने स्थानीय मीडिया को बताया कि चूंकि हिजबुल्लाह के तकनीकी विशेषज्ञों ने खरीद के बाद पेजरों की व्यापक सुरक्षा जांच की थी, इसलिए यह पाया गया कि विस्फोटकों को पेशेवर रूप से छुपाया गया था, तथा अन्य देशों को निर्यात किए गए समान उत्पादों की तुलना में उनके स्वरूप या वजन में कोई अंतर नहीं था।

विशेषज्ञ ने कहा, 'यह कृत्य आज की डिजिटल दुनिया में इजराइल के प्रभुत्व को दर्शाता है, जिसे अमेरिकी शासन द्वारा समर्थन प्राप्त है, जो राष्ट्रों के बुनियादी ढांचे तक पहुंच प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ साइबर नाटो का गठन कर रहा है। यह देश के संबंधित अधिकारियों के लिए एक चेतावनी है कि वे संवेदनशील बुनियादी ढांचे में गैर-घरेलू उपकरणों का उपयोग करने से बचें।'

लेबनानी सांसदों ने जोर देकर कहा कि हिजबुल्लाह इजराइली पेजर विस्फोटों का उचित जवाब देगा।

लेबनान के एक सांसद ने संवाददाताओं से कहा कि वह किसी भी प्रकार के आक्रमण का प्रतिरोध करने के लिए तैयार है तथा इजरायली हमले को लेकर प्रतिक्रिया निस्संदेह इस आक्रमण के स्तर पर होगी।

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