नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस ने कश्मीर को बर्बादी के अलावा कुछ नहीं दिया: मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है

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श्रीनगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नौजवानों का यह उत्साह, बुजुर्गों की आंखों में शांति का संदेश और इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें ... यह नया कश्मीर है। 

उन्होंने कहा कि हम सबका मकसद जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की है। आज मैं जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की का जज्बा और बुलंद करने के पैगाम के साथ आपके बीच आया हूं। मैं देख रहा हूं कि आज मेरे कश्मीर के भाई-बहन खुश आमदीद पीएम कह रहे हैं। मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर की वोटिंग हुई। पहली बार दहशतगर्दी के साए के बिना यह वोटिंग हुई। हम सभी के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के लिए अपने घरों से बाहर निकले।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किश्तवाड़ में 80% से ज्यादा वोटिंग, डोडा में 71% से ज्यादा, रामबन में 70% से ज्यादा और कुलगाम में 62% से ज्यादा वोटिंग हुई है। अनेक सीटों पर पिछली बार की वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए हैं। यह नया इतिहास बना है। यह नया इतिहास जम्मू-कश्मीर के लोगों ने रचा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार हैं। तब से, दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक, ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है कि इन पर कोई कैसे सवाल उठा सकता है? इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही, इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने जम्मू-कश्मीर को सिर्फ डर और अराजकता ही दी है, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर इन तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को टेरर से, दहशतगर्दी से आजाद कराना ... इसके खिलाफ साजिश करने वाली हर ताकत को हराना ... यहां के नौजवानों को यहीं पर रोजगार के मौके दिलाना ... यह मोदी का इरादा है, मोदी का वादा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी एक और पीढ़ी को मैं इन तीन खानदानों के हाथों तबाह नहीं होने दूंगा। इसलिए यहां अमन की बहाली के लिए पूरी ईमानदारी से जुटा हूं। आज देखिए, पूरे जम्मू-कश्मीर में स्कूल-कॉलेज आराम से चल रहे हैं। बच्चों के हाथ में पेन हैं, किताबें हैं, लैपटॉप हैं। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आतीं, बल्कि आज यहां नए स्कूल, नए कॉलेज, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी बनने की खबरें आ रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां के तीन खानदानों ने जम्मू-कश्मीर की सियासत को अपनी जागीर समझ रखा है। ये अपने खानदान के सिवा दूसरे किसी को आगे आने ही नहीं देना चाहते, वरना पंचायत, बीडीसी और डीडीसी के इलेक्शन को इन्होंने क्यों रोका?

प्रधानमंत्री ने कहा कि इनको लगता था कि इससे नए लोग सियासत में उभरेंगे और इनके खानदानी निजाम को चुनौती देंगे। इनकी इस खुदगर्जी का नतीजा यह हुआ कि यहां के नौजवानों का जम्हूरियत से भरोसा कम होता चला गया। उनको लगता था कि वे वोट डालें या न डालें, आना तो इन्हीं तीन खानदानों को है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले के उन हालात से अलग अब कितना कुछ बदल गया है। आज देर रात तक कैंपेन हो रहा है, आज लोग जम्हूरियत को सेलिब्रेट कर रहे हैं। यहां के युवा में भरोसा जागा है कि उनका वोट ही सही बदलाव ला सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दौर था, जब लाल चौक पर आना, यहां तिरंगा फहराना जान जोखिम में डालने वाला काम था। बरसों तक यहां लोग लाल चौक में आने से डरते थे, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। श्रीनगर के बाजारों में अब ईद और दीपावली दोनों की रौनक देखने को मिलती है। अब लाल चौक बाजार में देर शाम तक चहल-पहल रहती है, यहां देश-दुनिया से पर्यटन आ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीरियत को सींचने और आगे बढ़ाने में हमारे कश्मीरी पंडितों की बहुत बड़ी भूमिका रही है, लेकिन तीन खानदानों की खुदगर्ज सियासत ने कश्मीरी हिंदुओं को भी अपने घर से बेघर कर दिया, हमारे सिक्ख परिवारों पर भी जुल्म हुए। ये तीन खानदान और उनके लोग, यहां कश्मीरी हिंदुओं और सिक्ख भाई-बहनों पर होने वाले हर जुल्म के भागीदार बने रहे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस-एनसी-पीडीपी ने सिर्फ बंटवारा किया, लेकिन भाजपा सबको जोड़ रही है। हम दिल और दिल्ली की दूरी मिटा रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस के पास बताने के लिए काम नहीं, सिर्फ नाकामियां हैं। इन लोगों ने कश्मीर को सिवा बर्बादी के और कुछ नहीं दिया। जबकि भाजपा, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाएं, सबके लिए बहुत बड़े इरादों के साथ चुनाव में उतरी है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी आप सबसे अपील है कि 25 सितंबर को वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिएं। आप भाजपा को जरूर मौका दें। भाजपा के उम्मीदवार जम्हूरियत के लिए, अमन के लिए और खुशहाली के लिए आपके बीच में हैं।

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