तेहरान/दक्षिण भारत। चरमपंथी संगठन हिज्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने गुरुवार को कहा कि इजराइल मंगलवार और बुधवार को पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके करके मिनटों में हजारों लेबनानी लोगों को मारने का इरादा रखता था।
नसरुल्लाह ने एक के बाद एक हुए धमाकों को आतंकवादी कृत्य और नरसंहार करार दिया। उसने कहा कि यह लेबनान के लोगों और देश की संप्रभुता के खिलाफ एक कृत्य और युद्ध की घोषणा है।
नसरुल्लाह ने कहा कि इजराइल ने पेजिंग डिवाइस को निशाना बनाकर हमला शुरू किया, क्योंकि उसे पता था कि 4,000 से ज़्यादा पेजिंग डिवाइस इस्तेमाल में हैं। इजराइल ने इन उपकरणों में धमाके कर एक साथ 4,000 लोगों और उनके आस-पास के लोगों को मारने की कोशिश की।
नसरूल्लाह ने कहा कि दूसरे दिन भी यही दोहराया गया, जिसका उद्देश्य रेडियो उपकरण ले जा रहे हज़ारों लोगों को मारना था उसने कहा कि अभूतपूर्व हमले एक बड़ा झटका हैं, लेकिन इससे हिज़्बुल्लाह को घुटने टेकने पर मजबूर नहीं किया जा सका है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने गुरुवार को कहा कि देशभर में पेजर और वॉकी-टॉकी हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है, जबकि 287 लोगों की हालत गंभीर है।
नसरुल्लाह ने कहा कि इजराइल ने समन्वित हमले करके सभी प्रतिबंधों और हदों को पार कर लिया है। कुछ हमले अस्पतालों, फार्मेसियों, बाजारों, दुकानों और यहां तक कि घरों, निजी वाहनों और सड़कों पर भी हुए, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हजारों नागरिक मौजूद थे।
उसने कहा कि गाजा पट्टी पर इजराइल का लगभग 12 महीने से चल रहा युद्ध समाप्त होने तक हिज्बुल्लाह उसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा। इतना सारा खून बहने के बावजूद, लेबनानी मोर्चा तब तक नहीं रुकेगा, जब तक गाजा पर आक्रमण बंद नहीं हो जाता।
नसरुल्लाह ने मंगलवार और बुधवार को हुए हमलों के लिए उचित सज़ा मिलने की भी धमकी दी। उसने कहा कि हिज़्बुल्लाह इस बात की जांच कर रहा है कि हमले कैसे किए गए। लड़ाई अपने सबसे संवेदनशील और सटीक चरण में प्रवेश कर चुकी है।