अखनूर/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव न केवल जम्मू-कश्मीर, बल्कि देश के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि आजादी से अब तक यहां दो झंडे और दो संविधान थे, जिन्हें समाप्त करने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान दिया था। मोदी ने धारा 370 को समाप्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा बन गया। उसके बाद यहां पहली बार चुनाव हो रहा है।
शाह ने कहा कि आपका एक वोट हमेशा के लिए जम्मू-कश्मीर के युवाओं का हौसला बुलंद करने वाला है। आपका एक वोट महिलाओं के अधिकार की रक्षा करने वाला है। आपका एक वोट एससी, एसटी, ओबीसी और पहाड़ी गुर्जर भाइयों के आरक्षण को हमेशा के लिए चालू रखने के लिए है। आपका एक वोट पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए है।
शाह ने कहा कि एनसी ने अपना जो एजेंडा जारी किया है, उसका समर्थन राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी कर रही है। क्या आप इससे सहमत हैं? एनसी ने कहा है कि ये तिरंगे की जगह अलग झंडा लाएंगे, 370 वापस लाएंगे, पाकिस्तान के साथ बातचीत करेंगे। आप इनकी इन बातों से सहमत हैं क्या?
शाह ने कहा कि 3 परिवारों के राज में जम्मू-कश्मीर 35 साल तक आतंक की आग में जलता रहा। 3,000 दिन तक कश्मीर में कर्फ्यू रहा, 40 हजार लोग मारे गए और सेना के असंख्य जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए। जब मोदी आए तो उन्होंने आतंकवाद को जमीन के अंदर दफनाने का काम किया।
शाह ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस दलित विरोधी हैं। इन्होंने वर्षों तक अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिया, उनका सम्मान नहीं किया। जबकि भाजपा ने अंबेडकर से जुड़े पांच स्थानों को 'पंचतीर्थ' बनाकर महामानव को श्रद्धांजलि देने का काम किया।