इज़राइल: आईडीएफ के कमांडर ने भरी हुंकार, अब हिज्बुल्लाह से होगा 'आर या पार'!

उन्होंने कहा, 'हम संघर्ष में एक नए चरण में प्रवेश कर चुके हैं'

Photo: idfonline FB Page

तेल अवीव/दक्षिण भारत। तेल अवीव पर पहली बार रॉकेट दागे जाने के बाद इजराइल और लेबनान के बीच तनाव बढ़ गया है। तेजी से बदलते हालात के बीच इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका जाएंगे।

वहीं, इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के उत्तरी कमांडर मेजर जनरल उरी गॉर्डन ने बुधवार को अपने बलों से कहा कि हिज्बुल्लाह के खिलाफ बढ़ते तनाव के मद्देनजर 'हमें कार्रवाई करने और लेबनान पर आक्रमण करने के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा।

उन्होंने ब्रिगेड 7 से बातचीत करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनके कार्यों से इजराइल के 60,000 उत्तरी निवासियों की सुरक्षा स्थिति में बदलाव आएगा, जिन्हें लगभग एक वर्ष पहले अपने घरों से निकाला गया था।

इसके अलावा, गॉर्डन ने कहा, 'हम संघर्ष में एक नए चरण में प्रवेश कर चुके हैं और अब हम ऑपरेशन नॉर्दर्न एरोज के हिस्से के रूप में लड़ रहे हैं।'

बता दें कि आईडीएफ ने मंगलवार दोपहर बेरूत में हिज्बुल्लाह के रॉकेट प्रमुख इब्राहिम मुहम्मद कबीसी को मार गिराया था। हमले के समय रॉकेट इकाई के अतिरिक्त हिज़्बुल्लाह कमांडर कबीसी के साथ थे।

कबीसी ने वर्ष 2000 में माउंट डोव में अपहरण व आतंकी हमले की योजना बनाई थी, जिसमें हिज्बुल्लाह के आतंकवादियों ने सेंट-सार्जेंट बेन्यामिन (बेनी) अव्राहम, सेंट-सार्जेंट आदि अवितन और सेंट-सार्जेंट उमर सवैद का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी, जिनके शव वर्ष 2004 में दफनाने के लिए इजराइल को दिए गए थे।

आईडीएफ ने कहा कि कबीसी आतंकवादी समूह की विभिन्न मिसाइल इकाइयों का प्रमुख था, जिसमें सटीक मिसाइलें भी शामिल थीं। आईडीएफ ने कहा कि पिछले कई वर्षों से और हाल के युद्ध के दौरान, वह इजरायल के घरेलू मोर्चे पर दागे गए प्रक्षेपास्त्रों के लिए जिम्मेदार था।

अस्सी के दशक में हिज्बुल्लाह में शामिल हुए कबीसी ने आतंकवादी समूह में कई भूमिकाएं निभाई थीं। वह आईडीएफ सैनिकों और इजराइली नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हमलों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार था।

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