मुंबई/दक्षिण भारत। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को लगातार 10वीं बार नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया, लेकिन अपना रुख बदलकर 'तटस्थ' कर दिया, जिससे आगामी नीतियों में कटौती हो सकती है।
पिछले महीने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा बेंचमार्क दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बावजूद आरबीआई ने यथास्थिति बनाए रखी। कुछ विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों ने भी अपनी ब्याज दरों में कटौती की है।
चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है।
आरबीआई ने फरवरी 2023 से बेंचमार्क ब्याज दर पर यथास्थिति बनाए रखी है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर मजबूत रहने पर भी आरबीआई खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि पर नजर रखेगा।
पुनर्गठित एमपीसी की यह पहली बैठक थी। तीन नए नियुक्त बाहरी सदस्य राम सिंह, सौगत भट्टाचार्य और नागेश कुमार हैं।
पिछले महीने सरकार द्वारा एमपीसी का पुनर्गठन किया गया था।