नई दिल्ली/दक्षिण भारत। सिंगापुर एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गोह चून फोंग ने गुरुवार को कहा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी वैश्विक कारोबारी नेता होने के साथ-साथ एक प्रिय साझेदार भी थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी विरासत हमें प्रेरित करती है, क्योंकि टाटा संस और एयरलाइन विस्तारा-एयर इंडिया विलय पर अपना सहयोग जारी रखे हुए हैं।
विस्तारा टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम है।
वर्ष 1994 में टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने भारत में एक संयुक्त उद्यम एयरलाइन स्थापित करने का प्रयास किया था। छह साल बाद, उन्होंने फिर से देश के विमानन बाजार में प्रवेश करने की कोशिश की, इस बार एयर इंडिया में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए मिलकर काम किया।
हालांकि दोनों प्रयास सफल नहीं हुए। आखिरकार, जनवरी 2015 में विस्तारा के भारतीय आसमान में उतरने से उनका सपना साकार हुआ। नवंबर 2022 में, टाटा समूह ने एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय की घोषणा की।
सिंगापुर एयरलाइंस बोर्ड और प्रबंधन की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए गोह चून फोंग ने कहा कि टाटा एक दूरदर्शी वैश्विक कारोबारी नेता होने के साथ-साथ एक प्रिय साझेदार और प्रिय मित्र भी थे।
उन्होंने एक बयान में कहा, 'टाटा ने एक दशक पहले विस्तारा संयुक्त उद्यम की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच मजबूत और स्थायी संबंधों की नींव रखी थी। विस्तारा ने जल्द ही खुद को भारत की सबसे पसंदीदा पूर्ण सेवा एयरलाइन के रूप में स्थापित कर लिया।'
टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा विस्तारा-एयर इंडिया विलय पर सहयोग जारी रखने के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि टाटा की विरासत हमें प्रेरित करती है। उनकी दूरदृष्टि और मूल्य निस्संदेह हमारे आगे के मार्ग का मार्गदर्शन करते रहेंगे।