तेजस्वी सूर्या का आरोप: वक्फ पैनल की बैठक में जगदंबिका पाल और गवाह को धमका रहे विपक्षी सांसद

सूर्या ने ऐसे सदस्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की

Photo: surya.tejasvi.ls FB Page

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल और एक गवाह को समिति की बैठक के दौरान धमकाया और दस्तावेज भी फाड़ दिए।

बेंगलूरु दक्षिण से सांसद सूर्या ने दावा किया कि विपक्षी सदस्यों ने 14 अक्टूबर को असंसदीय व्यवहार किया, जब समिति ने कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिपड्डी को कर्नाटक में वक्फ भूमि 'घोटाले' पर उनके विचार जानने के लिए बुलाया था।

भाजपा नेता का अध्यक्ष को पत्र विपक्षी सदस्यों द्वारा लोकसभा के पीठासीन अधिकारी को लिखे गए पत्र के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि संसदीय समिति की बैठक के दौरान पाल द्वारा 'संसदीय आचार संहिता का घोर उल्लंघन' किया गया।

तेजस्वी सूर्या ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'मैंने (लोकसभा) अध्यक्ष ओम बिरला का ध्यान 14 अक्टूबर को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 की जेपीसी बैठक के दौरान कुछ सांसदों के हालिया व्यवधान और अनियंत्रित व्यवहार की ओर आकर्षित किया है।

उन्होंने कहा, 'कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पाडी को समिति के समक्ष गवाही देने के लिए बुलाया गया था। जब वे कर्नाटक में कुछ कांग्रेस नेताओं से जुड़े कथित 2 लाख करोड़ रुपए के वक्फ भूमि अतिक्रमण घोटाले के बारे में बोल रहे थे तो विपक्षी सदस्यों ने गवाह और अध्यक्ष को धमकाया, संसदीय मर्यादा का अनादर किया और यहां तक ​​कि समिति के कागजात भी फाड़ दिए।'

सूर्या ने कहा, 'मैं, अध्यक्ष से आग्रह करता हूं कि वे ऐसे सभी सदस्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करें, जो इस तरह के अस्वीकार्य आचरण में शामिल हैं।'

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