कज़ान/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर कज़ान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपकी मित्रता, गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए कज़ान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं। कज़ान में भारत के नए वाणिज्य दूतावास के खुलने से ये संबंध और मजबूत होंगे। पिछले तीन महीनों में रूस की मेरी दो यात्राएं हमारे घनिष्ठ समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाती हैं। जुलाई में मास्को में हमारे वार्षिक शिखर सम्मेलन ने हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को मजबूत किया है। 15 वर्षों में ब्रिक्स ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब दुनिया के कई देश इससे जुड़ना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के विषय पर मैं लगातार आपके संपर्क में रहा हूं। जैसा कि मैंने पहले कहा है, हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। हम शांति और स्थिरता की शीघ्र स्थापना का पूर्ण समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयासों में मानवता को प्राथमिकता दी जाती है। भारत आने वाले समय में हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।
वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मुझे याद है कि जुलाई में हमारी मुलाक़ात हुई थी और कई मुद्दों पर हमारी बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। हमने कई बार टेलीफ़ोन पर भी बात की। कज़ान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। आज हम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे और उसके बाद रात्रिभोज करेंगे। आज होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य नेताओं के साथ मिलकर हमें कुछ बहुत महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने चाहिएं।
पुतिन ने कहा कि अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली है। हमारी परियोजनाएं लगातार विकसित हो रही हैं। आपने कज़ान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है। हम इसका स्वागत करते हैं। हमारे सहयोग को भारत की नीतियों से लाभ मिलेगा। हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं।