चक्रवात दाना से ओडिशा, प. बंगाल में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, भारी बारिश हुई

दाना ने शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे दस्तक दी

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भुवनेश्वर/कोलकाता/दक्षिण भारत। चक्रवात दाना के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में मकानों और बुनियादी ढांचे को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ने की खबर है। हालांकि, दोनों राज्यों में ट्रेन और उड़ान सेवाएं बहाल हो गईं। शुक्रवार सुबह तट पर पहुंचने से क्षेत्र में भारी बारिश हुई।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है और राज्य ने अपना 'शून्य हताहत मिशन' हासिल कर लिया है, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है।

आईएमडी ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान दाना ने शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे दस्तक दी। इस तूफान को पहुंचने में कम से कम साढ़े आठ घंटे लगे।

'दाना' तूफान शुक्रवार रात करीब 12.05 बजे ओडिशा के केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा, जिसकी हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

मांझी ने सुबह भुवनेश्वर में चक्रवात की स्थिति की समीक्षा की और घोषणा की कि राज्य ने अपना 'शून्य हताहत मिशन' हासिल कर लिया है, क्योंकि गंभीर चक्रवाती तूफान में किसी भी तरह की जान-माल की हानि या घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उखड़े हुए पेड़ों के कारण अवरुद्ध सभी सड़कें दिन में साफ कर दी जाएंगी, क्योंकि गुरुवार रात हवा की तीव्रता कम होते ही बचाव दल के कर्मियों ने काम शुरू कर दिया था।

मांझी ने कहा कि खंभे और ट्रांसफार्मर जैसे कई विद्युत यंत्र क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उनकी मरम्मत की जा रही है।

उन्होंने कहा, 'शुक्रवार शाम छह बजे तक सबसे अधिक प्रभावित केंद्रपाड़ा, बालासोर और भद्रक जिले सहित सभी स्थानों पर बिजली बहाल कर दी जाएगी।'

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