देश के गरीब और मध्यम वर्ग को महंगे इलाज के बोझ से बाहर निकालकर ही रहूंगा: मोदी

प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया

Photo: @NarendraModi YouTube Channel

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज पूरा देश धनतेरस और भगवान धनवंतरी की जयंती का पर्व मना रहा है। मैं सभी को धनतेरस और भगवान धनवंतरी की जयंती की बधाई देता हूं। आज के दिन देश में बहुत बड़ी संख्या में लोग अपने घर के लिए कुछ न कुछ नया खरीदते हैं। मैं विशेष रूप से देश के व्यापारी साथियों को बधाई देता हूं। आप सभी को दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार की दीपावली ऐतिहासिक है। 500 साल बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बने उनके मंदिर में भी हजारों दीप जलाएं जाएंगे। एक अद्भुत उत्सव होगा। यह ऐसी दीपावली होगी, जब हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं और इस बार यह प्रतीक्षा 14 वर्षों के बाद नहीं, 500 वर्षों बाद पूरी हो रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सबके लिए खुशी की बात है कि आज 150 से ज्यादा देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। यह प्रमाण है, आयुर्वेद को लेकर बढ़ रहे वैश्विक आकर्षण का, इसका कि नया भारत अपने प्राचीन अनुभवों से विश्व को कितना कुछ दे सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस देश के नागरिक जितने स्वस्थ होंगे, उस देश की प्र​गति की गति भी तेज होगी। इस सोच के साथ अपने नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति के पांच स्तंभ तय किए हैं: प्रिवेंटिव हेल्थकेयर यानी बीमारी होने से पहले का बचाव, समय पर बीमारी की जांच, मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाइयां, छोटे शहरों में अच्छा इलाज, डॉक्टरों की कमी दूर करना, स्वास्थ्य सेवा में टेक्नॉलॉजी का विस्तार।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब इलाज में लोगों के घर, जमीने, गहने सब बिक जाते थे। गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनते ही गरीब की आत्मा कांप जाती थी। पैसे की कमी की वजह से इलाज न करा पाने की बेबसी, बेचारगी गरीब को तोड़ कर रख देती थी। मैं अपने गरीब भाई-बहनोंं को इस बेबसी में नहीं देख सकता था, इसलिए ही 'आयुष्मान भारत' योजना ने जन्म लिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने तय किया, गरीब के 5 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। देश में लगभग 4 करोड़ गरीबों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाया है। अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा। यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। घर के बुजुर्ग के पास आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा तो परिवार के खर्चे भी कम होंगे, उनकी चिंता भी कम होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को 'आयुष्मान योजना' के अंतर्गत लाया जाएगा। आज धनवंतरी जयंती के दिन यह गारंटी पूरी हो रही है। मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग से क्षमा मांगता हूं कि आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। मुझे पता तो चलेगा कि आपको कष्ट है, लेकिन मैं आपकी सहायता नहीं कर पाऊंगा, ​क्योंकि अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारें 'आयुष्मान भारत योजना' से जुड़ नहीं रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जानलेवा बीमारियों से रोकथाम के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान चला रही है। इससे न सिर्फ गर्भवती महिलाओं की जिंदगी बच रही है, नवजात शिशुओं का जीवन बच रहा है, बल्कि वो गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से भी बच रहे हैं। मैं अपने देश के गरीब और मध्यम वर्ग को महंगे इलाज के बोझ से बाहर निकालकर ही रहूंगा और देश आज इसी दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करके भी देशवासियों के पैसे बचा रही है। ईसंजीवनी योजना के तहत अब तक 30 करोड़ लोग मान्य प्रतिष्ठित डॉक्टरों से निशुल्क परामर्श ले चुके हैं, जिससे उनके काफी पैसे बचे हैं। आज हमने यू-विन प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है। इस प्लेटफॉर्म के साथ ही भारत के पास अपना एक तकनीकी रूप से उन्नत इंटरफ़ेस होगा।

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